पुतिन की 2025 की नई दिल्ली यात्रा भारत की समकालीन विदेश नीति का एक रणनीतिक प्रदर्शन थी, न कि किसी भावुक पुनर्मिलन का संकेत। भारत के लिए बहुध्रुवीयता एक टूलकिट है — विविध साझेदारियों, संस्थागत निवेशों और आंतरिक लचीलेपन पर आधारित एक रक्षा व्यवस्था; यह केवल एक सैद्धांतिक विचार नहीं। लेकिन एक ढाल तभी कारगर होती है जब वह ठोस हो, खोखली नहीं।…
